पहली बार इश्क करने लगी हूं वह ख्वाबों ख्यालों में रहने लगे हैं हर रोज नजदीकियां बढ़ने लगी है प्यार के एहसास से रूबरू होकर मन को अजब सी खुशी मिल रही है
रूठने और मनाने का सिलसिला ही प्यार है जिंदगी का सफर सुकून से गुजर जाएगा अगर हमसफर पर ऐतबार करते है
शक में सच की बुनियाद बिखर जाती है अच्छे रिश्तो में दरार पड़ जाती है वक्त रहते झूठ का पर्दा नहीं हटा तो बसा हुआ घर परिवार उजड़ जाता है